डर से हर कोई अवगत है, हर किसी को कभी न कभी डर जरूर लगता है। यह भी एक तरह की भावना ही है जो कि खतरा महसूस होने, चोट लगने या किसी अप्रिय घटना के घटित होने की सम्भावना होने पर उत्पन्न होती है। लेकिन जब यह डर फोबिया में बदल जाये तो इससे ग्रसित व्यक्ति इसके स्तर को कम करने में असमर्थ हो जाता है और इससे उसकी जीवनशैली भी प्रभावित होती है। आज हम फोबिया को समझने का प्रयास करेंगे और जानेंगे कि फोबिया क्या होता है? यह कितने प्रकार के हो सकते हैं व इनके लक्षण, उपचार आदि क्या हैं?
फोबिया क्या है?
जब डर ऐसी स्थिति में या ऐसी वस्तु को देख कर उत्पन्न हो जो दूसरों के लिए और वास्तव में सामान्य है, तो इसे फोबिया कहा जाता है। फोबिया वैसे तो एक सामान्य विकार है पर कुछ लोगों में इसके काफी गंभीर लक्षण भी देखे जा सकते हैं। यह एक तरह का मनोविकार है जिसमें व्यक्ति किसी कार्य को करने में अत्यधिक डर महसूस करता है या किसी विशेष वस्तु अथवा जानवर से डरता है (यह जानते हुए भी कि वह जानवर उसे किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचा सकता है)।
यहां क्लिक कर सुकूनमंत्रा के WhatsApp Channel से जुड़िये।फोबिया व्यक्ति के जीवन को कठिन बना देता है तथा कई मामलों में देखा गया है कि फोबिया से पीड़ित व्यक्ति अपने इस डर के बारे में चर्चा करने से भी बचता है और इस वजह से लक्षण और भी गंभीर हो सकते हैं। फोबिया हर आयु वर्ग के लोगों को हो सकता है, जिसमें बच्चे (खासकर 5 से 9 साल की उम्र के), युवा और वृद्ध सभी शामिल है।
सामान्य डर और फोबिया में साधारण सा अंतर यह होता है कि फोबिया से पीड़ित व्यक्ति यह जानते हुए भी कि उसे किसी तरह का खतरा नहीं है, वह अपने डर को खत्म या कम नहीं कर पाता है! यहाँ तक कि वह डर और घबराहट की वजह को भी नहीं जानता है, उसे केवल चिंता महसूस होती है। साथ ही वह उस स्थिती से दूर जाने की कोशिश करता है, फोबिया में व्यक्ति को तर्कहीन और स्थायी भय लगता है पर वास्तव में इसका कोई खास कारण नहीं होता है फिर भी भय बना रहता है।
लक्षण
फोबिया होने पर शारीरिक, मानसिक और आचरण संबंधी लक्षण दिखाई देते हैं, जिन्हें आसानी से पहचाना जा सकता है। जिनमे पसीना आना, तेजी से साँस लेना, हाथ मलना, नाख़ून चबाना आदि शामिल है। इसके अतिरिक्त पीड़ित व्यक्ति कई तरह के लक्षण महूसस कर सकता है। जैसे-
- जी मचलना।
- उलटी आना।
- पेट में दर्द।
- सिर दर्द ।
- धड़कन का तेज होना।
- सांस लेने में कठिनाई महसूस होना।
- मुंह का सूखना।
कई मामलों में गम्भीर लक्षण भी प्रकट हो सकते हैं, जिसमें डर का स्तर इतना अधिक बड़ जाता है कि व्यक्ति का रक्तचाप बड़ जाता है, चक्कर आने के कारण व्यक्ति गिर भी सकता है, हाथ-पैर तेजी से कांपने लगते हैं, बोलने में दिक्कत हो जाती है, ठण्ड या गर्मी का तेज अनुभव होने लगता है आदि।
कारण
- अतीत में हुई घटना
- अनुवांशिकी
- मानसिक कमजोरी
वास्तविकता में फोबिया होने का कोई निश्चित कारण नहीं है। कई लोगों में पाया गया है कि वह डरने का कारण तक नहीं जानते हैं लेकिन फिर भी उन्हें भय महसूस होता है और चिंता सताने लगती है। मनोवैज्ञानिकों का कहना है कि मुख्य रूप से फोबिया होने का कारण भूतकाल में हुई कोई अप्रिय घटना हो सकती है। जैसे पानी में डूब जाना, कुत्ते का काटना, या कोई गम्भीर हादसा देख लेना आदि। इसके बाद व्यक्ति इन घटनाओं से जीवनभर डरता रहता है।
इसके अलावा फोबिया एक अनुवांशिक बीमारी भी है, घर में किसी सदस्य को यदि किसी तरह का कोई भी फोबिया है तो आने वाली पीड़ी में भी वैसे ही समान लक्षण देखे जा सकते हैं। यानि कि यदि माता या पिता किसी तरह के फोबिया से पीड़ित है तो बच्चे में भी उस फोबिया के होने की सम्भावना होती है।
मानसिक रूप से कमजोर इंसान या जिस व्यक्ति में आत्मविश्वास की कमी होती है उनमें फोबिया होने की सम्भावना अन्य लोगों की तुलना में काफी अधिक होती है। ऐसे लोगों को छोटी-छोटी चीजों का फोबिया भी हो सकता है। जैसे भीड़ में जाने से डरना, अनजान इंसान से बात करने से डरना, भागने दौड़ने या किसी खेल में शामिल होने से डरना आदि।
फोबिया से ग्रसित व्यक्ति को किसी भी चीज़ से डर लग सकता है, इन्हें अलग-अलग नाम से जाना जाता है। जैसे कि कुत्ते से डरना साइनोफोबिया कहलाता है, आगे हम इस तरह के कई और फोबिया के बारें में जानेंगे।
उपचार
फोबिया का इलाज संभव है। यदि किसी व्यक्ति को किसी तरह का फोबिया है तो उसके लक्षणों को कम किया जा सकता है या पूर्ण रूप से फोबिया से छुटकारा भी पाया जा सकता है। इसके उपचार के लिए आप किसी मनोचिकित्सक या मनोवैज्ञानिक की सलाह ले सकते हैं। वे फोबिया के प्रकार, लक्षणों और स्तर को जानकर उपचार प्रारम्भ करते हैं। मनोचिकित्सक या मनोवैज्ञानिक फोबिया को खत्म करने के लिए तथा एक पीड़ित को इस विकार से बाहर लाने के लिए दवाओं का तथा एक्सपोज़र थेरेपी का उपयोग करते हैं। इनके द्वारा पीड़ित को एक बेहतर दिनचर्या से जुड़े सुझाव दिए जाते हैं, जिसमे मेडिटेशन, सन्तुलित आहार आदि की जानकारी होती है, जिसे पीड़ित को फॉलो करना होता है, ताकि फोबिया को कम करने में आसानी हो।
सिस्टेमेटिक डेसेंसिटाइजेशन थेरेपी फोबिया का एक कारगर उपचार साबित हो सकता है। यह एक प्रकार की व्यवहार चिकित्सा (बेहेवरियल थेरेपी) है। इसका उद्देश्य उन वस्तुओं, लोगों या स्थितियों के प्रति आपकी प्रतिक्रिया को बदलना है जो आपके मन में चिंता व डर की भावनाओं को ट्रिगर करते हैं। इस थेरेपी के जरिये आप अपने डर से मुकाबला करने का तरीका और डर की अवस्था में तनावमुक्त व शांत रहना सीखते हैं।
एक्सपोज़र थेरेपी के द्वारा फोबिया को काफी हद तक कम किया जा सकता है, यहाँ तक की पूर्ण रूप से समाप्त भी किया जा सकता है, विशेषज्ञ डर के कारणों को भी जानने की कोशिश करते हैं तथा रोगी को इस भय से बाहर लाने में सहायता करते हैं। यह थेरेपी Anxiety Disorder, भय, घबराहट का इलाज करने में मददगार है और पीड़ित को यह भरोसा दिलाती है कि वह इस फोबिया से बाहर आ सकता है तथा एक भयमुक्त जीवन जीवनयापन कर सकता है।
A to Z फोबिया:
A
- ऑटोमेटोनोफोबिया (Automatonophobia) – मानव जैसी आकृतियों से डर लगना (पुतले, मोम के पुतले, मूर्तियाँ, डमी से डरना)
- एटेलोफोबिया (Atelophobia) – अपूर्णता या गलतियाँ करने का डर लगना
- एल्गोफोबिया (Algophobia) – शारीरिक दर्द से डर लगना
- एटिचाइफोबिया (Atychiphobia) – असफलता से डर लगना
- एंथ्रोफोबिया (Anthropophobia) – लोगों से डर लगना
- अमाक्सोफोबिया (Amaxophobia) – वाहन में सवारी करने से डर लगना
- एंथ्रोफोबिया (Anthrophobia) – फूलों से डर लगना
- एनीमोफोबिया (Anemophobia) – हवा से डर लगना
- एक्रोफोबिया (Acrophobia) – ऊंचाई से डर लगना
- एब्लूटोफोबिया (Ablutophobia) – नहाने से डर लगना
- एगोराफोबिया (Agoraphobia) – खुली जगहों या भीड़ से डर लगना (जैसे – शॉपिंग मॉल)
- ऐक्मोफोबिया (Aichmophobia) – नुकीली वस्तुओं से डर लगना
- एंजिनोफोबिया (Anginophobia) – दम घुटने का डर लगना
- एस्ट्राफोबिया (Astraphobia) – बिजली या गड़गड़ाहट से डर लगना
- अटैक्सोफोबिया (Ataxophobia) – अव्यवस्था, अराजकता या अप्रत्याशितया से डर लगना (गंदगी होने का डर)
- एंगरोफोबिया (Angrophobia) – क्रोध से डर लगना (गुस्सा आने का डर)
- एक्लुओफोबिया (Achluophobia) – अंधेरे से डर लगना
- एन्ड्रोफोबिया (Androphobia) – पुरुषों से डर लगना
- एराचीब्यूटिरोफोबिया (एराचीब्यूटायरोफोबिया)- पीनट बटर के मुंह में चिपकने से डर लगना
- एरिथमोफोबिया (Arithmophobia) – संख्याओं से डर लगना
- ऑटोफोबिया (Autophobia) – अकेले रहने से डर लगना
- एयरोफोबिया (Aerophobia) – उड़ने से डर लगना (हवाई जहाज में बैठकर उड़ान भरने से डर लगना)
- एराक्नोफोबिया (Arachnophobia) – मकड़ियों से डर लगना
- एफेनफोस्मफोबिया (Aphenphosmphobia) – छूए जाने से डर लगना
B
- बोटानोफोबिया (Botanophobia) – पौधों से डर
- बैट्राकोफोबिया (Batrachophobia) – उभयचरों से डर लगना मेंढक, टोड, न्यूट और सैलामैंडर
- बाथमोफोबिया (Bathmophobia) – सीढ़ियों से डर लगना
- बिब्लियोफोबिया (Bibliophobia) – किताबों से डर लगना
- बेलोनफोबिया (Belonephobia) – पिन या सुई से डर लगना
- बैरोफोबिया (Barophobia) – गुरुत्वाकर्षण से डर लगना (किसी वस्तु या स्वयं के गिरने का डर)
- बैक्टीरियोफोबिया (Bacteriophobia)- बैक्टीरिया से डर लगना
C
- कैकोफोबिया (Cacophobia) – बदसूरत दिखने से डर लगना
- कैटॉप्ट्रोफोबिया (Catoptrophobia) – कांच से डर लगना
- साइबोफोबिया (Cibophobia) – भोजन से डर लगना
- साइनोफोबिया (Cynophobia) – कुत्तों से डर लगना
- कैटेजलोफोबिया (Catagelophobia) – मजाक उड़ाए जाने से डर लगना
- क्लाइमेकोफोबिया (Climacophobia) – चढ़ाई से डर लगना
- क्रोमोफोबिया (Chromophobia) – रंगों से डर लगना
- क्लौस्ट्रोफोबिया (Claustrophobia) – बंद स्थानों से डर लगना (तहखाने, सुरंगें, लिफ्ट)
- कोल्रोफोबिया (Coulrophobia) – जोकरों से डर लगना
- साइबरफोबिया (Cyberphobia) – कंप्यूटर से डर लगना
- कियोनोफोबिया (Chionophobia) – बर्फ से डर लगना
- क्रोनोफोबिया (Chronophobia) – समय या समय बीतने से डर लगना
- क्रोनोमेन्ट्रोफोबिया (Chronomentrophobia) – घड़ियों से डर लगना
- क्रोमेटोफोबिया (Chrometophobia) – पैसा खर्च करने से डर लगना
D
- डिसाइडोफोबिया (Decidophobia) – निर्णय लेने से डर लगना
- डिस्टीचीफोबिया (Dystychiphobia) – दुर्घटनाओं से डर लगना (संभावना न होने पर भी)
- डेंड्रोफोबिया (Dendrophobia) – पेड़ों से डर लगना
- डीमनोफोबिया (Daemonophobia) – राक्षसों से डर लगना
- डेंटोफोबिया (Dentophobia) – दंत चिकित्सकों (डेंटिस्ट) से डर लगना
- डोमेटोफोबिया (Domatophobia) – घरों से डर लगना या घर के अंदर रहने से डर लगना।
E
- एलुरोफोबिया (Elurophobia) – बिल्लियों से डर लगना
- एन्टोमोफोबिया (Entomophobia) – कीड़ों से डर लगना
- एमेटोफोबिया (Emetophobia) – वोमिट (उल्टी) से डर लगना
- इरोटोफोबिया (Erotophobia) – संभोग या उससे जुडी क्रियाओं से डर लगना
- इकोफोबिया (Ecophobia) – प्राकृतिक पर्यावरण से डर लगना
- इक्विनोफोबिया (Equinophobia) – घोड़ों से डर लगना
- एफेबिफोबिया (Ephebiphobia) – किशोरों से डर लगना
G
- गाइनोफोबिया (Gynophobia) – महिलाओं से डर लगना
- जेलोटोफोबिया (Gelotophobia) – मजाक उड़ाए जाने का डर
- ग्लोसोफोबिया (Glossophobia) – सार्वजनिक रूप से बोलने से डर लगना
- गेमोफोबिया (Gamophobia) – शादी से डर लगना
- जेनुफोबिया (Genuphobia) – घुटनों से डर लगना
H
- हाइड्रोफोबिया (Hydrophobia) – पानी से डर लगना
- हाइपोकॉन्ड्रिया (Hypochondria) – बीमारी से डर लगना
- हाफ़ेफ़ोबिया (Haphephobia) – स्पर्श से डर लगना
- हीलियोफोबिया (Heliophobia) – सूर्य से डर लगना
- हिप्पोपोटोमोनस्ट्रोसेक्विपेडालियोफोबिया (Hippopotomonstrosesquipedaliophobia) – लंबे शब्दों से डर लगना
- हर्पिटोफोबिया (Herpetophobia) – सरीसृपों (रेप्टाइल्स) से डर लगना
- हीमोफोबिया (Hemophobia) – खून से डर लगना
I
- आइयाट्रोफोबिया (Iatrophobia) – डॉक्टरों से डर लगना
- इन्सेक्टोफोबिया (Insectophobia) – कीड़ों से डर लगना
K
- कोइनोनिफोबिया (Koinoniphobia) – कमरों में जाने डर लगना
- कुम्पुनोफोबिया (Koumpounophobia) – बटनों से डर लगना
L
- ल्यूकोफोबिया (Leukophobia) – सफेद रंग से डर लगना
- लिलाप्सोफोबिया (Lilapsophobia) – तूफान से डर लगना
- लॉकियोफोबिया (Lockiophobia) – बच्चे के जन्म का डर (महिलाओं में)
M
- मगेरोकोफोबिया (Mageirocophobia) – खाना पकाने से डर लगना
- माइक्रोफोबिया (Microphobia) – छोटी चीज़ों से डर लगना
- माइसोफोबिया (Mysophobia) – गंदगी और कीटाणुओं से डर लगना
- मेलनोफोबिया (Melanophobia) – काले रंग से डर लगना
- मेगलोफोबिया (Megalophobia) – बड़ी चीजों से डर लगना (मूर्तियों, इमारतों, जानवरों और वाहनों से डरना)
O
- ओफिडियोफोबिया (Ophidiophobia) – साँपों से डर लगना
- ओबीसोफोबिया (Obesophobia) – वजन बढ़ने से डर लगना
- ओस्मोफोबिया (Osmophobia) – गंध से डर लगना
- ऑक्टोफोबिया (Octophobia) – अंक 8 से डर लगना
- ऑस्ट्राकोनोफोबिया (Ostraconophobia) – शेलफिश मछली से डर
- ओम्ब्रोफोबिया (Ombrophobia) – बारिश से डर लगना
- ऑर्निथोफोबिया (Ornithophobia) – पक्षियों से डर लगना
P
- फिलेमेटोफोबिया (Philematophobia) – किस से डर लगना
- फिलोफोबिया (Philophobia) – प्यार से डर लगना
- टेरोमेरहेनोफोबिया (Pteromerhanophobia) – उड़ने से डर लगना (हवाई जहाज, हेलीकॉप्टर आदि में बैठकर उड़ान भरने से डर लगना)
- टेरिडोफोबिया (Pteridophobia) – फर्न (एक प्रकार का पौधा) से डर
- फोबोफोबिया (Phobophobia) – फोबिया से डर लगना
- पेडोफोबिया (Pedophobia) – बच्चों से डर लगना
- पोर्फायरोफोबिया (Porphyrophobia) – बैंगनी रंग से डर लगना
- पायरोफोबिया (Pyrophobia) – आग से डर लगना
- पोडोफोबिया (Podophobia) – पैरों से डर लगना
S
- स्कोप्टोफोबिया (Scoptophobia) – घूरे जाने से डर लगना
- समहैनोफोबिया (Samhainophobia) – हैलोवीन से डर लगना
- सोशियोफोबिया (Sociophobia) – सामाजिक मूल्यांकन से डर लगना
- सलीनोफोबिया (Selenophobia) – चाँद से डर लगना
- सोम्नीफोबिया (Somniphobia) – नींद से डर लगना
- स्कोलियोनोफोबिया (Scolionophobia) – स्कूल से डर लगना
T
- टैकोफोबिया (Tachophobia) – गति (स्पीड) से डर लगना
- टोनाइट्रोफोबिया (Tonitrophobia) – बिजली से डर लगना
- टेक्नोफोबिया (Technophobia) – टेक्नोलॉजी से डर लगना
- ट्रिपैनोफोबिया (Trypanophobia) – इंजेक्शन से डर लगना
- ट्राइपोफोबिया (Trypophobia) – छिद्रों से डर लगना (छोटे छिद्रों के समूह का डर जैसे स्पंज)
- ट्राइकोफोबिया (Trichophobia) – बालों से डर लगना
- थलासोफोबिया (Thalassophobia) – समुद्र से डर लगना
V to Z
- विक्काफोबिया (Wiccaphobia) – चुड़ैलों और जादू टोने से डर लगना
- ज़ुइगरफोबिया (Zuigerphobia) – वैक्यूम क्लीनर से डर लगना
- वर्मिनोफोबिया (Verminophobia) – कीटाणुओं से डर लगना
- विनस्ट्राफोबिया (Venustraphobia) – सुंदर महिलाओं से डर लगना
- ज़ेनोफोबिया (Xenophobia) – अजनबियों या विदेशियों से डर लगना
- ज़ूफ़ोबिया (Zoophobia) – जानवरों से डर लगना
निष्कर्ष:
किसी वस्तु या स्थिति से डर की वह भावना जो दूसरों के लिए या वास्तव में सामान्य है, फोबिया कहलाती है। यह एक तरह का मनोविकार है जिसका इलाज संभव है। फोबिया कई तरह के होते हैं एवं किसी व्यक्ति को एक या एक से अधिक फोबिया भी हो सकते हैं।
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