Anxiety एक भावनात्मक स्थिति है जो किसी व्यक्ति को असुरक्षित और अस्थिर महसूस कराती है। यह एक प्रकार का मानसिक तनाव है जिसमें व्यक्ति को भय, चिंता और असुरक्षित महसूस होता है। पर्यावरणीय कारकों के कारण भी एंग्जायटी डिसऑर्डर हो सकता है जैसे कि Climate Anxiety… आज हम इसी विषय पर चर्चा करेंगे व साथ ही Climate Anxiety से बचने के तरीके भी आपको बताएंगे।

Climate Anxiety in Hindi

Climate Anxiety को Eco Anxiety भी कहा जाता है, इस तरह की Anxiety में व्यक्ति Climate Change को लेकर चिंता में रहता है और उसके मन में कई तरह नकारात्मक विचार उत्पन्न होने लगते हैं। इस तरह की Anxiety जलवायु के बारे में पढ़ते समय, न्यूज़ या इन्टरनेट पर Climate Change के बारे में किसी तरह की जानकारी देखने से हो सकती है। चिंता होने पर व्यक्ति डर, दुःख, गुस्सा, थकावट का अनुभव करता है और Climate Change से होने वाले नुकसानों को काफी गंभीरता से लेने लगता है। इसका बुरा असर उसके मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ता है। वास्तव में Climate Change एक समस्या तो है जिसे नज़रन्दाज नहीं किया जा सकता है पर यदि यह मानसिक रूप से आपको परेशान कर रही है तो इस Anxiety से बाहर आना बेहद जरुरी है।

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जलवायु परिवर्तन के कारण तापमान में वृद्धि, अनियमित बारिश, बाढ़, सुखा, हवा के पैटर्न में बदलाव जैसी समस्याएँ हो रही हैं। यह समस्याएँ भविष्य में और भी अधिक खतरनाक स्तर पर पहुँच सकती हैं। Climate Anxiety को लेकर जागरूक रहने की जरूरत है, पर यदि जागरूकता की जगह आपको चिंता और तनाव होने लगे तो यह Climate Anxiety के अंतर्गत आता है।

2021 में 10,000 लोगों पर हुए एक शोध में यह पाया गया कि 40% लोग (जो कि ऑस्ट्रेलिया, ब्राज़ील, भारत और फिलीपींस के निवासी हैं), अपना वंश आगे बढ़ाना नहीं चाहते। जी हाँ, क्लाइमेट चेंज के कारण वे बच्चा पैदा करने में संकोच कर रहे हैं।

Climate Anxiety से बचने के तरीके

Climate Anxiety होने पर कुछ उपायों द्वारा तनाव को कम किया जा सकता है। एक रिपोर्ट के अनुसार 2018 में अमेरिका में 29% लोग Climate Change को लेकर चिंतित थे। यह आंकड़ा काफी अधिक है पर इनमें से सारे लोग Anxiety के शिकार नहीं हैं। कुछ लोग केवल हल्की और कभी-कभी होने वाली चिंता महसूस कर रहे थे। लेकिन यदि आपके इस तनाव का स्तर सामान्य से अधिक है तो आप निचे दिए हुए उपायों को अपना सकते हैं।

Climate Anxiety से बचने के तरीके

Climate Change रोकने के लिए जरुरी कदम उठाना

Climate एंग्जायटी से बचने के लिए Climate Change की रोकथाम वाले कार्यों में आप संलग्न हो सकते हैं। आप ऐसे संस्थानों से जुड़ सकते हैं जो क्लाइमेट चेंज को लेकर जागरूकता फ़ैलाने का काम कर रहे हैं तथा Climate Change को रोकने के लिए हर जरुरी कदम उठा रहे हैं।

इको फ्रेंडली वस्तुओं का इस्तेमाल

प्रकृति को नुकसान पहुँचाने वाली वस्तुओं का उपयोग नहीं करना चाहिए। जितना हो सके इको फ्रेंडली वस्तुओं का इस्तेमाल करना चाहिए और लोगों को इसके लिए प्रोत्साहित करना चाहिए।

परिजनों को करें शामिल

अपने परिवार के लोगों को प्राकृतिक संरक्षण के कार्यो में शामिल करना भी लाभकारी होता है। आप ज्यादा से ज्यादा लोगों के ऐसे कार्यों में संलग्न करेंगे तो इससे न केवल आपका तनाव कम होगा बल्कि लोगों में जागरूकता भी बढ़ेगी।

यह सब करने से Climate Anxiety के लक्षण कम हो सकते हैं और यह गंभीर रूप से आपको पीड़ित नहीं करेगी। जब कोई Climate Anxiety से पीड़ित व्यक्ति इन कार्यों में समय देता है तो उसका तनाव कम होता है और साथ ही प्रकृति का संरक्षण भी करता है।

मनोचिकित्सक की सलाह

अगर इन सभी कार्यों को करने के बाद भी कोई लाभ नहीं मिलता है तो आप Climate Anxiety से बचने के लिए मनोचिकित्सक की मदद ले सकते हैं। इसके इलाज के लिए मनोचिकित्सक आवश्यक थेरेपी का उपयोग कर आपकी इस एंग्जायटी को कम कर सकते हैं।

निष्कर्ष:

आज के समय में Climate Anxiety मामूली बात है। इसमें Climate Change होने के कारण भविष्य को लेकर चिंता उत्पन्न होने लगती हैं। पृथ्वी पर Climate Change के कारण कई समस्याएँ उत्पन्न हो रही हैं और इसी बात को लेकर कुछ लोगों को Climate Anxiety का सामना भी करना पड़ रहा है। Climate Change मनुष्यों को शरीरिक समस्याएँ दे सकता है पर कुछ लोग इसके कारण मानसिक रूप से भी परेशान हो रहे हैं। इससे बचाव संभव है व सही उपायों को अपनाकर व्यक्ति अपने तनाव को कम कर सकता है और इससे होने वाली परेशानियों से बच सकता है।

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