काम की व्यस्तता या किसी अन्य कारन कारण से मानसिक तनाव बढ़ जाता है और इसे कम करने के लिए व्यक्ति शांत वातावरण तथा अकेलेपन की तलाश करने लगता है। पर अकेलापन नकारात्मक भावों को उत्पन्न कर सकता है, साथ ही डिप्रेशन जैसी समस्याओं का कारण भी बन सकता है। जीवन में समस्याओं का आना-जाना लगा रहता है। ऐसे में मन को दुःखी नहीं करना चाहिए तथा न ही हताश होना चाहिए। बस मन को शांत रखकर निर्णय लेना चाहिए और अपनी Responsibility को समझ कर उस पर काम करना चाहिए। समस्याएँ मानसिक शांति को प्रभावित कर सकती हैं और यदि मानसिक शांति प्रभावित हो जाती है तो व्यक्ति थका हुआ महसूस करने लगता है। जिसका असर उसकी पर्सनल लाइफ पर पड़ता है। उस व्यक्ति को मानसिक शांति की ज्यादा जरूरत होती है जिसकी लाइफ में कई परिवर्तन हो रहें हो या किन्ही कारणों से वह बहुत ही ज्यादा उथल-पुथल भरी दिनचर्या से गुजर रहा हो। मानसिक शांति पाने के लिए कई तरह के प्रयास किये जा सकते हैं जो Life के हार्ड टाइम में आपकी मदद कर सकते हैं और आपको सुकून तथा शांति दिला सकते हैं। मानसिक शांति को बाज़ार से खरीदा नहीं जा सकता है। बहुत से अमीर लोग मानसिक शांति की तलाश में रहते हैं, पैसा एक हद तक आवश्यकतों को पूरा कर सकता है पर मानसिक सुख तथा शान्ति आपको प्रयासों के बाद ही मिल सकता है। आज आप जानेंगे मानसिक शांति पाने के 5 तरीके।
मानसिक शांति पाने के 5 तरीके
व्यायाम और Meditation
व्यायाम और योग को प्राचीन काल से एक स्वस्थ जीवन का हिस्सा माना गया है। मन के शांत न होने के कारण आप वास्तविकता से घबरा सकते हैं और उसे स्वीकार करने से पीछे हट सकते हैं। इसीलिए मन को शांत रखे और निवारण पर ध्यान दें। पर यदि आप बहुत ही अशांत महसूस कर रहे हैं और अपनी जिन्दगी की इस भाग दौड़ से परेशान हो गये हैं तो आपको व्यायाम और योग पर ध्यान देने की जरूरत है। यह आपके मन को शांत करने का काम करते हैं। योग आपको खुद के अंदर झाँकने का मौका देता है और आपकी इच्छाशक्ति को भी मजबूत करता है। अनुलोम-विलोम, बालासन, वृक्षासन, शवासन आदि कई आसन हैं जो मानसिक स्वास्थ्य के सुधार के लिए किये जा सकते हैं।
यहां क्लिक कर सुकूनमंत्रा के WhatsApp Channel से जुड़िये।प्रकृति में समय बिताएं
हरे-भरे पेड़, पहाड़, नदियाँ सभी प्रकृति के हिस्से हैं। जिनके आस-पास वक्त बिताना हर किसी को पसंद होता है, प्रकृति की सुन्दरता मानसिक रूप से शांति प्रदान करती है। प्रकृति के साथ समय बिताने से मन शांत हो सकता है तथा सकारात्मकता बढ़ सकती है। विशेषज्ञों का मानना है कि प्रकृति के साथ बिताएं गये पल स्ट्रेस के लेवल को कम करते हैं और तनाव मुक्त अनुभव करवाते हैं। प्रकृति से हमारा पुराना नाता है इसीलिए यह आपको खुश और अधिक संतुष्ट महसूस करने में मदद कर सकती है।
जिसका असर आपके निजी जीवन पर पड़ता है। प्रकृति में समय बिताने से केवल तनाव ही कम नहीं होता है बल्कि ऐसा करना आपकी स्मरण शक्ति को भी बढ़ता है, रक्तचाप को नियंत्रित करता है और कई लाभ पहुंचा सकता है।
पर्याप्त नींद
नींद हमारे शरीर के अंगो और मस्तिष्क को स्वस्थ बनाए रखने के लिए बेहद जरुरी है। पर्याप्त नींद न लेने के कारण हार्ट तथा ब्रेन सम्बन्धित बिमारियों का खतरा बढ़ जाता है। पर्याप्त नींद आपको रिलेक्स महसूस करवाती है तथा अगली सुबह फिर से कार्य करने के लिए अंगो को आराम देने का काम करती है। मानसिक शांति की प्राप्ति के लिए पर्याप्त नींद लेना बेहद जरुरी है, आज के समय में मोबाइल का इस्तेमाल बहुत बढ़ चुका है और इस कारण भी लोगो की नींद प्रभावित हो रही है। ख़ास कर उन युवाओं की जो रात भर Chat करते हैं, फिल्म देखते हैं या सोशल मीडिया पर अपना समय बर्बाद करते हैं। मोबाइल की स्क्रीन से निकलने वाली blue light नींद के हार्मोन को प्रभावित करती हैं जिस कारण समय पर नींद नही आती है। मानसिक शान्ति के लिए मोबाइल का उपयोग कम से कम करें और पर्याप्त नींद लें।
खुद के लिए समय निकाले
क्योंकि हम इतने व्यस्त हैं, हमारे पास अपने लिए समय नहीं है और हमारा मन बेचैन होने लगता है। अगर हम अपने लिए कुछ समय निकालें और अपने मनपसंद कामों को करने में समय बिताएं तो हमें मानसिक शांति मिल सकती है। जैसे किताबें पढ़ना, पेंटिंग करना, व्यायाम करना आदि। हमारे पास 24 घंटे हैं जिसमें अगर हम काम का समय, सोने का समय, खाना खाने आदि का समय अलग कर लें तो हम अपने लिए समय निकाल सकते हैं। सिर्फ एक व्यवस्थित दिनचर्या बनाकर आप अपने समय का सदुपयोग कर सकते हैं।
पॉजिटिव रहें
नकारात्मक विचार मानसिक अशांति का कारण बनते हैं इसीलिए जितना हो सके पॉजिटिव रहने की कोशिश करें। अगर माइंड में नकारात्मक विचार नहीं आयेंगे तो आप महसूस करेंगे कि आपका मन पहले की तुलना अधिक शांत है। मानसिक शांति को पाने का सबसे आसान तरीका है कि आप हर Situation में खुद को पॉजिटिव रखे और मन में नकारात्मक धारणा को न आने दें। Positivity को कई तरीकों से बनाए रखा जा सकता है। जैसे – खुद की तुलना दूसरों से न करें, अपनी क्षमता को कम न आंकें, सकारात्मक लोगों के साथ रहें, लोगो के कार्यो की प्रशंसा करने से पीछे न हटे। वास्तव में सकारात्मकता को आसानी से अपनाया जा सकता है पर लोग इसके लिए परिश्रम नही करते हैं और नकारात्मकता उन पर हावी हो जाती है।
यह भी पढियें: