मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित करने वाले कारक

जिंदगी जीने के लिए एक व्यक्ति को क्या चाहिए? अगर हम फिल्मों की माने तो रोटी, कपड़ा और मकान! बस?? क्या आपको लगता है कि एक खुशहाल जीवन के लिए बस ये ही तीन सबसे मूल जरूरतें हैं? इन तीनों को पाकर आप जिंदगी काट तो लेंगे परंतु जी नही पायेंगे। एक खुशहाल जीवन के लिए हमें चाहिए कि हम मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ रहें! हम खुद को शारीरिक रूप से स्वस्थ रखने के लिए तो खूब प्रयत्न करते हैं! छोटी सी तकलीफ होने पर भी इलाज करवाते हैं, दस प्रकार की दवाएं खाते हैं। परंतु जब बात मानसिक स्वास्थ्य की आती है तो न जाने क्यों हमारी आंखों पर पट्टी बंद जाती है।

WHO की मानें तो किसी व्यक्ति की मानसिक, शारीरिक और सामाजिक रुप से अच्छे होने की स्थिति को स्वास्थ्य कहते हैं। शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य को ठीक रखना बहुत जरूरी है! आज हम बात करने वाले हैं ऐसे कारणों को जो आपके मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकते हैं। जानिए मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित करने वाले कारक –

यहां क्लिक कर सुकूनमंत्रा के WhatsApp Channel से जुड़िये।

सर्वप्रथम हम समझते है कि मानसिक स्वास्थ्य क्या है??

मानसिक स्वास्थ्य एक ऐसी अवस्था है जो लोगों को जीवन के तनावों का सामना करने, अपनी क्षमताओं का एहसास करने, अच्छी तरह से सीखने और अच्छी तरह से काम करने और अपने समुदाय में योगदान करने में सक्षम बनाती है।

मानसिक स्वास्थ्य कई कारणों से प्रभावित होता है

मानसिक स्वास्थ्य यानी मेंटल हेल्थ को कई कारक प्रभावित करते हैं। जिनमें से मुख्य कारक निचे दिए गए हैं।

जैविक कारक (Biological factors)

जैविक कारक में जीन (Genes) या मस्तिष्क रसायनों को शामिल किया जा सकता है। आपके जीन्स या फिर आपके मस्तिष्क में हुई कोई रासायनिक गड़बड़ी मानसिक विकारों को जन्म दे सकते हैं।

मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं का पारिवारिक इतिहास (Family history of mental health problems)

यदि आपके परिवार में माता-पिता या किसी अन्य सदस्य को मानसिक स्वास्थ समस्या रही है तो भी आपको भी मानसिक रोग होने की संभावना है।

जीवन के अनुभव, जैसे आघात या तकलीफ (Life experiences, such as trauma or abuse)

हमारे जीवन में घटित हर किस्सा हमारे मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित करता है| यदि कभी हमारे साथ कोई बेहद दुखद घटना हुई है, जिससे हम उभर नही पाए, किसी भी तरह का मानसिक, शारीरिक या भावनात्मक शोषण हुआ हो, ऐसी घटनाएं मानसिक विकारों को उत्पन्न कर सकती हैं।

जीवन में अवसाद रूपी वातावरण के कारण (Depressive Environment)

हमारे घर, सोसायटी, स्कूल और ऑफिस का वातावरण यदि बेहद तनावपूर्ण, विवादों से भरा है तो एक समय के बाद हमारा तनाव बढ़ता जाता है और शांति पाने का कोई स्त्रोत नहीं बचता। यदि घर में माता-पिता बार-बार आपस में झगड़ते हैं तो यह बच्चों को मानसिक रूप से प्रभावित कर सकता है।

बचपन में कोई आघात लगने के कारण (Childhood trauma)

किसी व्यक्ति के साथ बचपन में किसी तरह का शोषण हुआ हो या कोई तनावपूर्ण घटना जैसे माता-पिता की मृत्यु, घर में तनाव पूर्ण माहोल , घरेलू हिंसा या फिर शारीरिक शोषण आदि।

असंतुलित जीवनशैली (Unhealthy lifestyle)

अनहेल्दी आदतों जैसे कि पर्याप्त नींद न लेना या खराब खान-पान की वजह से भी मानसिक विकार उत्पन्न हो सकते हैं। हमारे शरीर में स्लीप – वेक साइकिल निर्धारित होती है। जब हम अच्छे से नींद नहीं लेते या रात भर जाग कर दिन में सोते हैं, तो ये आदतें हमारे हार्मोन के बैलेंस को खराब करती है। गलत खान-पान भी हमारी सेहत को प्रभावित करता है।

ड्रग्स और अल्कोहल का दुरुपयोग से( Abusing drugs and alcohol)

ड्रग्स, दिमाग में मौजूद न्यूरॉन्स के काम में बाधा डालना शुरू कर देते हैं। ये न्यूरॉन्स पूरे शरीर को सन्देश भेजने, सन्देश लेने और सिग्नल्स को प्रोसेस करने के काम-काज को संतुलित करती हैं। मैरुआना (गांजा) और हेरोइन जैसी कुछ ड्रग्स, न्यूरॉन्स को अधिक सक्रिय बना देती हैं क्योंकि उनमें मौजूद रसायन की संरचना शरीर में उपस्थित प्राकृतिक न्यूरोट्रांसमीटर जैसा ही व्यवहार करती है। इससे दिमाग का सामान्य कार्य गड़बड़ा जाता है। इन रसायनों की अधिकता की वजह से ही दिमाग सपनीली स्थिति में पहुंच जाता है।

यह भी पढियें:

Previous articleये हैं पॉजिटिव माइंडसेट अपनाने के 8 तरीके
Next articleमानसिक शांति चाहिए? ट्राय करिये ये 5 तरीके!
Bhumika Gehlot
भूमिका गेहलोत एक साइकोलॉजी स्टूडेंट हैं। वे साइकोलॉजी में स्नातक कर रही हैं। कविताएँ और लेख लिखना इनकी हॉबी है। भूमिका मेंटल हेल्थ के क्षेत्र में अपना योगदान देना चाहती हैं। उनका लक्ष्य है सभी को मानसिक स्वास्थ्य (मेंटल हेल्थ) के प्रति जागरूक और शिक्षित करना। वे समाज में फैले मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े मिथकों को दूर करना चाहती हैं और मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी हर छोटी से छोटी जानकारी सामान्य जन तक पहुँचाना चाहती हैं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here