ADHD Meaning In Hindi: अटेंशन डेफिसिट हाइपरएक्टिविटी डिसऑर्डर (ADHD) एक न्यूरोडेवलपमेंटल डिसऑर्डर है जो बच्चों और वयस्कों दोनों में पाया जाता है। यह दैनिक कामकाज, सामाजिक संपर्क, शिक्षा और व्यावसायिक कार्य को प्रभावित करता है। एडीएचडी न्यूरोडेवलपमेंटल उन विकारों में से एक है, जो दुनिया भर के 5-10% बच्चों और 2-5% वयस्कों में पाया जाता है तथा भारत में लगभग 1.6 प्रतिशत से 12.2 प्रतिशत तक बच्चों में एडीएचडी की समस्या पाई जाती है। इस विकार में असावधानी और अति सक्रियता पायी जाती है। यह बच्चे के व्यवहार में बदलाव कर देता है। एडीएचडी के लक्षण व्यक्तियों में अलग-अलग हो सकते हैं।
ADHD के लक्षण
- कार्यों में ध्यान बनाए रखने में कठिनाई।
- कार्यों को व्यवस्थित करने में कठिनाई।
- ऐसे कार्यों से बचना जिनमें निरंतर मानसिक प्रयास की जरूरत होती है।
- आसानी से विचलित हो जाना।
- आवश्यक चीजों को बार-बार खोना।
- अत्यधिक बात करना।
- दूसरों के जीवन में दखल देना।
- अपनी बारी का इंतजार करने में कठिनाई।
- भूलने की बीमारी।
- अति सक्रियता।
कारण
एडीएचडी का किसी व्यक्ति के दैनिक जीवन पर गहरा प्रभाव पड़ सकता है। ADHD वाले व्यक्तियों को कार्यों को पूरा करने, निर्देशों का पालन करने में कठिनाई हो सकती है। एडीएचडी के सटीक कारणों का अभी पता नहीं लग सका है। लेकिन एक शोध से पता चलता है कि यह विकार अनुवांशिक और पर्यावरणीय कारकों के कारण हो सकता है। और ऐसे विशिष्ट जीन हो सकते हैं जो विकार को बढ़ाते हैं। गर्भावस्था के दौरान धूम्रपान, समय से पहले बच्चे का जन्म और विषाक्त पदार्थों के संपर्क में आने जैसे पर्यावरणीय कारक भी एडीएचडी का कारण बनते हैं।
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कोई बच्चा या वयस्क ADHD से पीड़ित है या नहीं इसका पता लगाने के लिए कोई टेस्ट नहीं है परन्तु मेडिकल एग्जामिनेशन जैसे हियरिंग और विज़न टेस्ट के जरिये ADHD के लक्षणों की जांच की जा सकती है। इसके अलावा ADHD के लक्षणों पर गौर करके और पालकों, शिक्षकों और बच्चे से इसके बारे में बात करके इसका पता लगाया जा सकता है।
ज्यादातर मामलों में ADHD का इलाज बिहेवियर थेरेपी और दवाइयों के द्वारा किया जाता है। 4 से 5 साल के बच्चों में ADHD का उपचार प्राथमिक तौर पर बिहेवियर थेरेपी और पेरेंट्स को स्पेसिफिक ट्रेनिंग देकर किया जाता है और फिर उसके बाद दवाइयों का प्रयोग किया जाता है। बच्चे पर दवाई असर करेगी या थेरेपी, यह बच्चे और उसके परिवार पर निर्भर करता है कि वे किस प्रकार से इससे लड़ रहे हैं, इसका सामना कर रहे हैं।
हेल्दी लाइफस्टाइल को अपनाना
बिहेवियर थेरेपी या दवाइयों के अलावा हेल्दी लाइफस्टाइल को अपनाना ADHD के सिम्प्टस को कम करने में बहुत कारगर सिद्ध होता है। इसके लिए निचे दिए हुए उपायों को अपनाना है जरुरी।
- पौष्टिक भोजन जैसे फल, सब्जियों, व्होल ग्रेन और प्रोटीन युक्त भोजन को डाइट में ऐड करें।
- उम्र के अनुसार फिजिकल एक्टिविटी करें।
- TV, मोबाइल, कंप्यूटर आदि का उपयोग कम करें।
- अच्छी नींद लें।
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