पोस्ट-ट्रॉमेटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर एक मानसिक विकार है। इसके होने के मुख्य कारण किसी भयभीत घटना को होते हुए देख लेना, किसी परिचित की मौत, हत्या या दुर्घटना का दृश्य देखना हो सकते हैं। हर व्यक्ति में पीटीएसडी की समस्या होना अनिवार्य नहीं है, यह कुछ ही लोगों को प्रभावित करता है तथा एक बीमारी के रूप में विकसित हो...
एक रिश्ता तभी अच्छे से चल सकता है जब दोनों पार्टनर उस रिश्ते से खुश हों और दोनों ही एक-दुसरे के साथ रहना पसंद करते हों, उनके बीच बेहद प्यार और केयर हो। कई बार रिलेशनशिप के शुरूआती दिनों में ऐसा लगने लगता है कि हम ही सबसे अच्छे पार्टनर्स है तथा हमारे बीच झगड़ा होने या रिश्ता टूटने...
Mental Health
इन 5 नकारात्मक विचारों को अभी त्याग दीजिये, नहीं तो बाद में पड़ेगा पछताना!
Shubham Jadhav - 0
हमारी कोई भी क्रिया या प्रतिक्रिया हमारे विचारों पर ही निर्भर करती है। यहां तक कि यह भी कहा जाता है कि "जैसे विचार हम रखते हैं वैसे ही हम बनते जाते हैं" और काफी हद तक ये सच भी है। सकारात्मक सोच हमारे जीवन में सकारात्मक प्रभाव डालती है और नकारात्मक विचार हमारे जीवन को तहस-नहस करने की...
Learn Something New Everyday: जीवन में लगातार कुछ न कुछ सीखते रहना न केवल आपको बोरियत से बचाता है बल्कि जीवन को बेहतर भी बनाता है। आज के युग में कब कहाँ कोई नया ट्रेंड शुरू हो जाये या तकनीकी बदलाव आ जाए ये कोई नहीं कह सकता! अगर आप सीखना छोड़ दें तो वह आपके पतन का कारण...
Self Growth
Subconscious Mind क्या है और इसे किस तरह से नियंत्रित किया जा सकता है?
Nitesh Harode - 0
दिमाग शरीर का वह हिस्सा है जो लगभग सभी क्रियाएं नियंत्रित करता है। यह स्मृति रखने, कार्य करने, अनुभव करने, सोचने, और निर्णय लेने का कार्य करता है। इसकी शक्तियों के कारण ही मानव सभ्यता इतनी उन्नति कर सकी है और इस दुनिया को समझने और जीवन को अधिक सहज बनाने के तरीकों की खोज संभव हुई है।
मस्तिष्क को...
Mental Health
Toxic Positivity क्या होती है? किस तरह से करती है आपकी मेन्टल हेल्थ पर वार?
Bhumika Gehlot - 0
सकारात्मकता (पॉजिटिविटी) हमारे लिए बहुत आवश्यक है। हर विषम परिस्थिति में संयम बनाए रखना, अच्छे विचारों से स्वयं को परिस्थिति से लड़ने के लिए प्रेरित करना ही सकारात्मकता कहलाती है। लेकिन हमारे शास्त्रों में भी कहा गया है, "अति सर्वत्र वर्जयेत" यानि किसी भी चीज की अति अच्छी नहीं होती। फिर वो सकारात्मक सोचना यानि पॉजिटिविटी ही क्यों ना...
तनाव या स्ट्रेस शब्द सुनते ही हर किसी के दिमाग में यही आता है कि उसे भी किसी न किसी प्रकार का तनाव जरुर है। पर ऐसा क्यों? ऐसा इसलिए क्योंकि वर्तमान समय में हर व्यक्ति किसी न किसी प्रकार की समस्या से जूझ रहा है! यह तनाव का स्तर हर किसी में अलग-अलग होता है। तनाव के कई...
उम्र के साथ कई बिअरियां शरीर को घेर लेती है जिसमे मानसिक बीमारियाँ भी शामिल है। ऐसी ही एक बीमाररी है जो अधिकतर लोगों को बुढ़ापे में परेशान करती है और व्यक्ति को इस तरह तरह से प्रभावित कर सकत है कि व्यक्ति की मौत तक हो सकती है, इस बीमारी का नाम है डिमेंशिया (मनोभ्रंश)। इसके शुरुवाती लक्षण इतने...