दिमाग शरीर का वह हिस्सा है जो लगभग सभी क्रियाएं नियंत्रित करता है। यह स्मृति रखने, कार्य करने, अनुभव करने, सोचने, और निर्णय लेने का कार्य करता है। इसकी शक्तियों के कारण ही मानव सभ्यता इतनी उन्नति कर सकी है और इस दुनिया को समझने और जीवन को अधिक सहज बनाने के तरीकों की खोज संभव हुई है।
मस्तिष्क को पूर्णतः समझना मानवों के लिए अभी भी एक रहस्य है, और इसमें पाए जाने वाले विकारों को पूरी तरह से समझ पाना शायद ही कभी संभव हो। मस्तिष्क का आकार तो काफी छोटा है, पर यह अन्तरिक्ष की तरह ही रहस्यमय है और समुद्र की तरह खतरनाक भी है। व्यक्ति की भावनाएँ, उसकी सोचने और कार्य करने की क्षमता, सभी कुछ दिमाग पर ही निर्भर करती हैं। हर व्यक्ति के मस्तिष्क की क्षमता अलग-अलग होती है। इसी कारण हर व्यक्ति अलग सोचता है और एक ही परिस्थिति में भी दो लोगों के विचार अलग-अलग हो सकते हैं।
यहां क्लिक कर सुकूनमंत्रा के WhatsApp Channel से जुड़िये।दिमाग पर कई रिसर्चेस हो चुकी हैं और अभी भी कई तरह की रिसर्च जारी है ताकि दिमाग को समझा जा सके और मानव सभ्यता को और भी आगे ले जाया जा सके। अगर कोई व्यक्ति किसी दूसरे व्यक्ति से ज्यादा सफल है तो उसके पीछे उसका मस्तिष्क ही होता है, और हर सफल व्यक्ति की कहानी में यही सामान्यत: दिखता है कि वे अपने मस्तिष्क को नियंत्रित करने के बाद ही सफल हुए हैं। पर आखिर यह मस्तिष्क को नियंत्रित करना, या दिमाग लगा कर काम करने का अर्थ क्या है?
Conscious Mind और Subconscious Mind क्या होता है?
हमारे मन की दो अवस्थाएँ होती है पहली चेतन मन की अवस्था और दुसरी अवचेतन मन की अवस्था। चेतन मन यानिकी conscious mind और अवचेतन मन यानिकी subconscious mind. इनके द्वारा ही हमारा जीवन चक्र चलता है। आइये इनके बारे में विस्तार से जानते हैं कि आखिर conscious mind और subconscious mind क्या होता है?
Conscious Mind हमारे उन कार्यो को नियंत्रित करता है जो चेतन अवस्था में किये जाते हैं। जैसे कि जब व्यक्ति कुछ सीखने की कोशिश करता है तो उस समय उसका मन चेतन अवस्था में होता है और सीखने के लिए प्रयास करता रहता है। Conscious Mind आपके नियंत्रण में होता है और यह अनुभवों के आधार पर फैसले लेता है जो आपके पिछले समय पर आधारित होते हैं।
Subconscious Mind के पास इतनी शक्ति होती है कि वह आपके वह काम भी करवा सकता है जिसे करने में आप डर रहे है। अवचेतन मन आपके द्वारा भूतकाल में सीखी जा चुकी क्रियाओं को आपके द्वारा आसानी से करवा देता है जैसे कि बोलना, गाड़ी चलाना आदि, साथ ही यह आपके मन को भी नियंत्रित करता है जो आपके ही विचार होते हैं।
यदि आप किसी काम को करने में डरते हैं और उस डर को बनाए रखते हैं तो subconscious mind आपको उस काम को नहीं करने देता है और डर को बनाए रखता है। लेकिन यदि आप subconscious mind को समझा देते हैं तो आप उस काम को कर सकते हैं, तो आप जरूर ही उस कार्य को कर गुजरते हैं।
Subconscious mind आपको गुमराह करने की कोशिश करता है। क्योंकि इसका कार्य है आपको समस्याओं से बचाना। लेकिन परिवर्तन के बिना आपका सफल होना सम्भव नहीं है। इसीलिए आपको ऐसी स्थिति को नियंत्रित करने की जरूरत होती है।
क्या है Subconscious Mind के काम करने का तरीका?
अवचेतन मन हमें उस स्थिति में डाल देता है जहां हम किसी भी काम को छोड़ कर भाग भी सकते हैं! लेकिन यदि आपका subconscious mind सकारात्मक है तो आप ऐसा नहीं करेंगे। subconscious mind के द्वारा आप वह सब पा सकते हैं जिसकी आप चाह रखते हैं और पर न जाने क्यों कर नहीं पाते हैं।
इसे हम एक उदाहरण से समझते हैं… “एक सिंगर स्टेज पर जाने से पहले घबरा जाता है, क्योंकि वह पहले भी स्टेज पर गाने के कारण शर्मिंदगी महसूस कर चुका है।” अब ऐसे में यदि वह अपने अवचेतन मन को समझाए कि पहली बार हुई हार के कारण शर्मिंदा होने की आवश्यकता नहीं है बल्कि इस बार और बेहतर परफॉर्म करने की जरूरत है तो वह पुनः स्टेज पर जा सकेगा। अन्यथा वह अगली बार कभी स्टेज पर जाने की हिम्मत नहीं कर पायेगा।
Subconscious Mind आपसे conscious Mind की तरह प्रश्न नहीं करता है… वह सीधे आप पर अपने निर्णय थोपता है! इसी के कारण वह आपको कुछ परिस्थितियों में डर महसूस करवा सकता है। Subconscious Mind केवल नकारात्मक पहलुओं पर काम नहीं करता है, यदि आप Subconscious Mind को समझ गये और उसके काम करने के पेटर्न को बदलने में सक्षम रहे तो आपको सफल होने से कोई नहीं रोक सकता है।
अवचेतन मन का उपयोग कैसे करें ?
Subconscious Mind को चुटकी बजाकर अपने वश में कर पाना संभव नहीं है! इसके लिए आपको प्रयास करते रहना पड़ेगा। आप निचे दिए हुए उपायों को अपनाकर इसे धीरे धीरे अपने तरीके से इस्तेमाल कर सकते हैं।
मैडिटेशन
यदि आप मैडिटेशन करेंगे तो आपके Subconscious Mind में अच्छे विचार प्रवेश करेंगे और वह मजबूत होगा जिसका लाभ आपको जरुर मिलेगा। यदि आप ध्यान करते हैं तो आपके मस्तिष्क का हर भाग उसे पसंद करता है और आपके सोचने, समझने का तरीका भी परिवर्तित हो जाता है और आप अनुभव करते हैं कि पहले की तुलना में आप ज्यादा अच्छा महसूस कर रहे हैं।
दिन का प्रारम्भ सकारात्मक विचारों के साथ ही करें
अपने दिन की शुरुआत सकारात्मक विचारों के साथ करने से आपका पूरा दिन सकारात्मक जा सकता है। क्योंकि आपके प्रारम्भिक विचार ही आपके दिनभर के स्वभाव को निर्धारित करते हैं। यदि सुबह की शुरुआत आप बुरे और नकारात्मक विचारों के साथ करेंगे तो पूरा दिन आपका दिमाग आपको बुरे विचार ही परोसता रहेगा जिससे कि आप अपने लक्ष्यों को कभी नहीं पा सकेंगे।
पर्याप्त नींद लें
हर किसी को 7 से 9 घंटे की नींद लेने की जरूरत होती है। नींद आपके दिमाग पर गहरा असर डालती है इसलिए यदि आप सही समय पर सोते हैं और जागते हैं तो आपका Subconscious Mind बुरे और गलत विचारों से दूर रहेगा। जिसका समय आने पर आपके निर्णयों पर प्रभाव होगा और आप सकारत्मक रूप से दिन बीता सकेंगे।
प्रैक्टिस करें
यदि आप किसी काम को नहीं कर पा रहे हैं तो आपको उसकी प्रैक्टिस करना चाहिए, क्योंकि जब तक आप उसमें सफल नहीं होगे तब तक आपका Subconscious Mind उसे आसानी से नहीं कर सकेगा। अपने देखा होगा कि जब आप कार सीखने की शुरुआत करते हैं तो आपको काफी समस्या आती है और आप डर भी महसूस करते हैं और जानकारी होने के बावजूद भी कई गलतियाँ कर देते हैं। लेकिन जैसे-जैसे आप कार चलाना सीख जाते हैं व उसमें निपुण हो जाते हैं, तो आपको कार चलाते समय निर्णय लेने में समय नहीं लगता है। क्योंकि आपका Subconscious Mind तुरंत ही आपसे वह काम करवा देता है। पर ड्राइविंग पूरी तरह से subconscious mind का काम नहीं हो सकता है क्योंकि ड्राइविंग के समय कभी भी अप्रत्यक्ष स्थिति आ सकती है।
आशा करते हैं आपको यह लेख पसंद आया होगा। ऐसे ही अन्य टॉपिक्स पर जानकारी के लिए सुकूनमंत्रा से जुड़े रहिये।
यह भी पढियें: