Things to Say to Someone Who Has Anxiety: अगर कोई एंग्जायटी, डिप्रेशन, या किसी अन्य प्रकार के मानसिक विकार का सामना कर रहा है तो उसे एक अच्छे साथ की जरूरत होती है। आपके द्वारा कहे गये कुछ शब्द उसके लिए जादू की झप्पी का काम कर सकते हैं और उसको अच्छा महसूस करवा सकते हैं। एंग्जायटी एक ऐसा विकार है जो दुःख और परेशानियों के कारण पैदा होता है तथा इसके मुख्य लक्षण धड़कन का बढ़ना, पसीना आना, उल्टी का आना, तेज घबराहट का होना है। इसके लक्षणों की पहचान कर इससे निजात पाया जा सकता है। एंग्जायटी होने के कई कारण हो सकते हैं जैसे – विपरीत परिस्थिति, अनुवांशिक, तनावग्रस्त माहौल, शारीरिक अयोग्यता आदि। कुछ ही समय में एंग्जायटी के कई नकारात्मक प्रभाव जीवन पर दिखने लगते हैं और व्यक्ति का जीवन चुनौतीपूर्ण हो जाता है, वह सामान्य लोगों की तरह कई आसान काम भी नहीं कर पाता है। इसीलिए ऐसे व्यक्ति का मनोबल बढ़ाने के लिए उससे बात करने की जरूरत होती है। आइये जानते हैं कि एंग्जायटी से ग्रसित लोगों से किस तरह की बात करने पर वह अच्छा महसूस करते हैं और उनकी एंग्जायटी की समस्या काफी हद तक कम की सकती है।
Things to Say to Someone Who Has Anxiety
मैं तुम्हारे साथ हूँ
एंग्जायटी डिसऑर्डर में व्यक्ति खुद को अकेला तथा असहाय समझने लगता है, जिस कारण उसकी एंग्जायटी की समस्या और भी बढ़ जाती है। अगर आप ऐसे व्यक्ति से यह कहेंगे कि “मैं तुम्हारे साथ हूँ”, “मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूँ”. “मैं तुम्हारी समस्याओं को अपना मानता हूँ” तो वह सकारात्मक अनुभव करेगा जिससे उसकी एंग्जायटी की समस्या कम हो सकती है। अगर आप किसी व्यक्ति का सहारा बनने की केवल बात ही कह देते हैं तो इतने में ही व्यक्ति मुश्किल काम को भी सहजता से कर लेता है।
यहां क्लिक कर सुकूनमंत्रा के WhatsApp Channel से जुड़िये।अच्छा समय जरुर आएगा
एंग्जायटी से ग्रस्त व्यक्ति को समझाएं कि समय हमेशा एक जैसा नहीं रहेगा, अगर वह किन्ही कारणों से एंग्जायटी की समस्या झेल रहा है तो उसके मन में सकारात्मक भाव भरने की कोशिश करें और उसे बताएं कि आज नहीं तो कल अच्छा समय जरुर आएगा। परिस्थिति से घबराने की जरूरत नहीं है। उससे कहें कि मैं अच्छे समय में भी तुम्हारे साथ था और तुम्हारे बुरे समय में भी तुम्हारे साथ हूँ।
चलो कही चलते हैं
आपका यह कहना कि “चलो किसी अच्छी जगह चलते हैं” एक एंग्जायटी से ग्रस्त व्यक्ति को आराम दिला सकता है और उसकी एंग्जायटी के लक्षणों को कम कर सकता है। तनाव पूर्ण स्थान से दूरी बनाने से एंग्जायटी जैसी समस्याओ के लक्षणों में कमी देखी गयी है। तथा एक पसंदीदा जगह पर जाने से दिमाग भी शांत महसूस करता है और तनाव कम होता है।
बारम्बार आश्वस्त कराएं
ऐसे लोगों को बार-बार याद दिलाने या आश्वासन देने की भी बहुत जरूरत होती है। आप बार-बार उन्हें याद दिलाएं कि हाँ आप उनके साथ हैं। यदि ऐसा व्यक्ति आपका प्रेमी हो तो उसे कहें कि मैं तुमसे प्रेम करता/करती हूँ और जब भी कोई नकारात्मक विचार आये या मेरी बात पर तुम्हें भरोसा कम होने लगे तो मुझे बताओ, मैं फिरसे तुम्हें ये बताऊंगा/बताउंगी कि तुम मेरे लिए कितने जरुरी हो।
तुम जैसे हो मुझे पसंद हो
एंग्जायटी में व्यक्ति खुद पर संदेह करने लगता है तथा उसे खुद से नफरत सी होने लगती है। वह अपने में खामियां ढूंढने लगता है और कई बार किसी खामी की वजह से भी इंसान एंग्जायटी का शिकार बन जाता है। लेकिन यदि कोई उससे कहे है कि “तुम जैसे भी हो मुझे पसंद हो”, तो उसके मन से यह संदेह की भावना खत्म हो सकती है तथा उसमें सकारात्मक ऊर्जा का संचार हो सकता है। वह खुद को एंग्जायटी से लड़ने के लिए तैयार कर सकता है।
मैं तुम्हारे संघर्ष से परिचित हूँ
एंग्जायटी एक ऐसी समस्या है जिसमें व्यक्ति को लगता है कि कोई उसे तथा उसके प्रयासों को नहीं समझता है। इसीलिए उससे यह कहना चाहिए कि “मैं तुम्हारे संघर्ष से परिचित हूँ “, “मैं जानता हूँ कि तुम कितनी अधिक मेहनत कर रहे हो”। जब उस व्यक्ति को लगेगा कि कोई तो है जो उसके प्रयासों पर ध्यान देता है तथा उसकी मेहनत को जानता है। उसका मनोबल बढ़ाता है और अप्रिशिएट करता है तो उसकी एंग्जायटी की समस्या कम हो सकती है।
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