चाहे वह कोई दोस्त, प्रियजन, प्रेमी/प्रेमिका, रिश्तेदार ही क्यों न हो पर अगर वह टॉक्सिक है तो वह हमारे मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डालता है। इसीलिए ऐसे लोगों की पहचान कर उनसे दूरी बनाना बहुत जरुरी है। टॉक्सिक लोगों के आसपास रहने से तनाव, चिंता और यहां तक कि शारीरिक स्वास्थ्य से संबंधित समस्याएं भी हो सकती हैं। टॉक्सिक लोगों के साथ समय सीमाएं निर्धारित करना और अपने स्वयं के मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देना आवश्यक है। ऐसे लोग स्वयं ही मानसिक रूप से बीमार हो सकते हैं। हर समय वो कोई न कोई ड्रामा करने में लगे होते हैं या आपकी टाँग खींचने, आपको निचा दिखाने का प्रयास करते हैं। आज हम आपको बताने वाले हैं टॉक्सिक लोगों को पहचानने के 6 आसान तरीके। ताकि आप भविष्य में टॉक्सिक लोगों की ढंग से पहचान कर सकें और खुद को सुरक्षित रख सकें।
क्या है टॉक्सिक व्यक्ति की परिभाषा?
टॉक्सिक व्यक्ति एक ऐसा व्यक्ति होता है जो अपनी बातों, व्यवहार आदि से आपके जीवन पर नकारात्मक प्रभाव डालता है। ऐसे व्यक्ति को यह मालूम होता है कि इससे आप दुखी होंगे लेकिन भी वह अपने इस व्यवहार को बार-बार दोहराता है, उसे आपके दुखी होने से कोई फर्क नहीं पड़ता! कई मामलों में देखा गया है कि ये वे लोग होते हैं जो स्वयं ही किसी न किसी स्ट्रेस या मानसिक समस्या से गुजर रहे होते हैं। वे अपने व्यवहार से वातावरण को बिगाड़ कर रख देते हैं।
यहां क्लिक कर सुकूनमंत्रा के WhatsApp Channel से जुड़िये।उदाहरण के तौर पर किसी सीरियल की सास को ही देख लीजिये! चाहे बहू कितना ही अच्छा काम क्यों न करे, वह टॉक्सिक सास उसे परेशान करती ही रहती है और प्रताड़ित करने के तरीके ढूंढती रहती है।
टॉक्सिक लोगों को पहचानने के 6 आसान तरीके
निचे टॉक्सिक लोगों के कुछ दुर्गुणों के बारे में बताया है जिनसे आप इन्हें आसानी से पहचान सकते हैं।
आलोचना करते हैं
टॉक्सिक लोगों का अक्सर जीवन पर नकारात्मक दृष्टिकोण होता है और वे अत्यधिक आलोचनात्मक होते हैं। वे सम्मानित लोगों सहित अपने आसपास के लोगों की अक्सर आलोचना करते रहते हैं और उन्हें नीचा दिखाने के प्रयास में जुटे रहते हैं।
कभी प्रशंसा नहीं करते हैं
यह कभी भी किसी की प्रसंशा नहीं करते हैं! केवल लोगों की कमी निकालते रहते हैं तथा उनके व्यवहार को जज करते रहते हैं। लोगो को उनके अच्छे काम के लिए प्रशंसा देने में इन्हें हिचक महसूस होती है और ये केवल खुद को श्रेष्ठ मानते हैं।
खुद के बारे में पहले सोचना
टॉक्सिक लोग सेल्फिश होते हैं। ये हमेशा खुद के बारें में पहले सोचते हैं, इन्हें दूसरों की भावना तथा उनके नुकसान से कोई फर्क नहीं पड़ता है। यह केवल खुद का स्वार्थ देखते हैं और केवल फायदे के लिए ही किसी का साथ देते हैं। यदि इन्हें किसी व्यक्ति से कोई फायदा नहीं होता है तो यह उसका साथ छोड़ देते हैं और नये लोगों की खोज में निकल जाते हैं।
वे जिम्मेदारी नहीं लेते
टॉक्सिक लोग अक्सर अपने कार्यों की जिम्मेदारी लेने से इनकार करते हैं और अपनी गलतियों या कमियों के लिए दूसरों को दोष देने की कोशिश करते हैं। वे अपनी गलतियों को स्वीकार करने और सुधारने के लिए काम करने के बजाय बहाने बना सकते हैं या किसी और पर दोष डाल सकते हैं।
नकारात्मक रवैया
टॉक्सिक का काफी नकारात्मक रवैया होता है। वे निराशावादी हो सकते हैं और समाधान खोजने या सकारात्मक परिवर्तन करने की कोशिश करने के बजाय अपनी परिस्थितियों के बारे में लगातार शिकायत करते रहते हैं। उन्हें हर स्थिति में नुकसान दिखाई देता है तथा ये अपने इस व्यवहार के कारण ज्यादा दोस्त नहीं बना पाते हैं और बना भी लेते हैं तो किसी न किसी तरह से उनका भी नुकसान करा ही देते हैं।
सहानुभूति की कमी
इनमें दूसरे लोगों के प्रति सहानुभूति रखने में कठिनाई हो सकती है। वे स्वार्थी होते हैं और अपने आसपास के लोगों की भावनाओं और जरूरतों पर विचार करने के बजाय केवल अपनी जरूरतों और इच्छाओं के बारें में ही सोचते हैं।
निष्कर्ष:
यदि आप किसी व्यक्ति में ऐसे संकेत, दुर्गुण आदि देखें तो उससे बॉउंड्री बना लीजिये या अपने आप को दूर कर लीजिये। यदि वे आपके खास हैं और अचानक से उनमें ऐसे कोई बदलाव आये हैं तो आप बैठकर उनसे बात कर सकते हैं और शायद उनकी समस्या का हल कर सकते हैं। लेकिन यदि वे आपके ज्यादा ख़ास नहीं हैं, तो उनसे दुरी बना लेने में ही भलाई है! नहीं तो आपकी मानसिक स्थिति पर काफी बुरा प्रभाव पड़ सकता है।
यह भी पढियें: